हाथरस जाते गिरफ्तार 4 संदिग्ध पीएफआई सदस्यों में से एक जामिया यूनिवर्सिटी में एलएलबी का छात्र, जातीय दंगा फैलाने की थी साजिश

एनसीआई@नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस मामले में जाति आधारित संघर्ष की साजिश रचने और सरकार की छवि बिगाड़ने की साजिश के आरोप में जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस ने इन चार आरोपियों में से मसूद खान के बारे में बताया है कि वह जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का छात्र है। बहराइच जिले के बैरा काजी थाना स्थित जरवल रोड मोहल्ला क्षेत्र के रहने वाले इस आरोपी के पिता का नाम शकील खान है।
बहराइच के एएसपी कुंवर ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि मसूद खान दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में एलएलबी का छात्र है। वह बीते दो साल से केम्पस फ्रेंड ऑफ इंडिया नाम के संगठन से जुड़ा हुआ है। यह संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की छात्र शाखा है।
ऐसे हुई थी गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार को दिल्ली से हाथरस जा रहे पीएफआई के 4 सदस्यों को मेरठ टोल प्लाजा के पास एक कार की चेकिंग के दौरान पकड़ा था। जांच में इन युवकों के पीएफआई से जुड़े होने की जानकारी मिली।
एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार के अनुसार, सोमवार को पुलिस ने जिन युवकों को गिरफ्तार किया है, पूछताछ के दौरान उनके सम्बन्ध पीएफआई और सीएफआई से मिले हैं।
ये हैं पकड़े गए आरोपी
इस मामले में पकड़े गए युवकों में उत्तर प्रदेश के ही मुजफ्फरनगर के नगला का रहने वाला अतीकउर्रहमान, बहराइच के जरवल का निवासी मसूद खान व रामपुर जिले की कोतवाली क्षेत्र का रहने वाले आलम के अलावा मल्लपुरम, केरल का निवासी सिद्दीकी भी शामिल है।
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया था कि हाथरस प्रकरण को लेकर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 6 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर भी बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर, प्रयागराज, हाथरस, अयोध्या और लखनऊ में 13 मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस का आरोप है कि पकड़े गए संदिग्ध हाथरस के बहाने उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने की साजिश में शामिल हैं।