लोक शिक्षा प्रेरक संघ ने नियमितीकरण के लिए प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा, मुख्यमंत्री से मार्मिक गुहार

एनसीआई@बून्दी
लोक शिक्षा प्रेरक संघ बून्दी ने बुधवार को जिला कलक्ट्रेट कार्यालय पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
इस ज्ञापन में लिखा है कि राज्य के लोकप्रिय गांधीवादी विचारधारा के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 10 जुलाई 2003 में प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर पुस्तकालय खोले थे। इनमें पूर्ण कालीन संविदा प्रेरकों को अल्प मानदेय पर रोजगार दिया गया था। मगर त्रासदी है कि लोक शिक्षा प्रेरकों द्वारा संचालित प्रदेशभर के सभी पंचायत मुख्यालयों पर स्थित ये पुस्तकालय 31 मार्च 2018 से बन्द पड़े हैं।
प्रदेश भर में राजस्थान प्रेरक संघ तथा कमर्चारी महासंघ द्वारा प्रेरकों की न्यायोचित मांग मुख्यमंत्री व राज्य स्तरीय गठित संविदा कर्मचारियों की मंत्री मंडलीय कमेटी के पास पहुंचाई जा चुकी है। मगर इसे दो साल गुजर जाने के बाद भी महात्मा गांधी जी के आदर्श और उनके सिद्धांतों के नाम पर खोले गए इन पुस्तकालयों की सरकार कोई सुध नहीं ले रही है।
महासंघ के जिला अध्य्क्ष एवं प्रेरक संघ के मुख्य संरक्षक अनीस अहमद तथा प्रेरक संघ के जिला अध्य्क्ष तेजराज सिंह ने मुख्यमंत्री से शोषित पीड़ित व दो साल से रोजगार से वंचित प्रेरकों को शीघ्र नियमित करने की गुहार लगाई है। इस प्रदर्शन में जिलेभर के महिला-पुरुष लोक शिक्षा प्रेरक शामिल रहे।