महिला रोगी का आरोप खारिज, नर्सिंगकर्मियों ने काली पट्टी बांध जताया विरोध, कार्रवाई की मांग

एनसीआई@बून्दी
जिला चिकित्सालय में भर्ती एक महिला रोगी के द्वारा दो नर्सिंगकर्मियों पर लगाए गए छेड़छाड़ के आरोप मामले में आज सोमवार को जिलेभर के नर्सिंगकर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। नर्सिंग एसोसिएशन का दावा है कि छेड़छाड़ का आरोप झूठा है। इसके बावजूद महिला के परिजनों ने नर्सिंगकर्मियों से मारपीट करने के अलावा राजकार्य में बाधा डाली व अस्पताल की सम्पत्ति को नुकसान भी पहुंचाया। इनकी मांग है कि महिला के परिजनों के खिलाफ पुलिस आवश्यक कार्रवाई करे।
काली पट्टी बांधकर विरोध जताने वालों में डॉ. महेन्द्र चौहान, डॉ. भोला शंकर मीना, डॉ. खालिद, डॉ. सुरेश अग्रवाल, राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन (एकीकृत) के सम्भागीय संयोजक अनीस अहमद, जिला संयोजक ममता अजमेरा, जितेन्द चंदेल, आरिफ हुसैन, गिरराज बसुवाल, दलजीत मीना, रितेश सोनी आदि शामिल रहे।
नर्सेज एसोसिएशन (एकीकृत) के सम्भागीय संयोजक अनीस अहमद ने बताया कि,
नर्सिंगकर्मियों के समर्थन मेें सेवारत चिकित्सक संघ, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, इंडियन पब्लिक सर्विस एम्प्लॉयीज फेडरेशन, अखिल राज राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत), राजस्थान शिक्षक कांग्रेस, राजस्थान प्रेरक संघ, अखिल राजस्थान प्रबोधक शिक्षक संघ, सूचना सहायक संघ, मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ, प्राथमिक माध्यमिक शिक्षक संघ, पीएचईडी तकनीकी कर्मचारी संघ, पंचायत सहायक संघ, राधाकृष्णन शिक्षक संघ सियाराम ने भी आरोपियों के खिलाफ चिकित्सा परिचर्या अधीनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन मेल करने की सहमति दी है।
यह था मामला
राजकीय चिकित्सालय के मेडिकल वार्ड में भर्ती एक महिला रोगी ने रविवार को दो नर्सिंगकर्मियों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए महिला थाने में रिपोर्ट दी। वहीं, आरोपी नर्सिंगकर्मियों के पक्ष ने भी राजकार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में रिपोर्ट दी । इस मामले को लेकर महिला के परिजनों व परिचितों ने अस्पताल में हंगामा भी किया था। साथ ही महिला ने पीएमओ को आपबीती बताई।
यह कहा गया है रिपोर्ट में
उत्तरप्रदेश निवासी इस महिला ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बुखार आने पर उसे शनिवार को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। शनिवार रात को उसकी तबीयत ठीक थी। करीब एक बजे कम्पाउंडर आया और उसके जेठ से बाेला कि मेरे लिए ठंडा पानी लेकर आओ, जबकि वहां पहले से ही पानी की दो बोतलें रखी हुई थीं। महिला के साथ उसकी जेठानी थी। जेठ पानी लेकर आया तो कम्पाउंडर मनीष जैन ने महिला से कहा कि आपकी जांच करूंगा। इस पर मैंने कहा कि किसी नर्स को बुलाओ। कम्पाउंडर के साथ एक और स्टाफ मेम्बर था। दोनों ने जेठानी को कमरे में दूर खड़ा कर दिया और उसे मुंह घुमाने के लिए कहा। साथ ही कहा कि पास आएगी तो कोरोना हो जाएगा। ईसीजी करने के नाम पर कम्पाउंडर ने मेरा हाथ पकड़ा और दूसरे ने मुंह दबा दिया। वे लोग छेड़छाड़ करने लगे तो वह चिल्लाई। इसी बीच जेठ भी वहां आ पहुंचा।
रविवार सुबह यह परिचितों को यह बात पता चली तो वे अस्पताल पहुंच गए। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चंदोलिया ने पीएमओ के सामने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए दोनों नर्सिंगकर्मियों को निलम्बित करने की मांग की। बाद में महिला रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए पहले सिटी कोतवाली पहुंची, जहां से उसे महिला थाने भेजा गया।
नर्सिंग एसोसिएशन का अपना पक्ष
वहीं नर्सिंग एसोसिएशन एकीकृत ने शनिवार रात्रिकालीन ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग कर्मियों के साथ महिला के परिजनों द्वारा मारपीट की का आरोप लगाते हुए इसकी निंदा की। साथ ही उनके खिलाफ चिकित्सा परिचर्या अधिनियम के तहत मामला दर्ज करवा, इन्हें गिरफ्तार करवाए जाने की मांग की। साथ ही इस घटना के विरोध में सोमवार को जिलेभर के नर्सिंगकर्मियों के काली पट्टी बांधकर विरोध जताने की घोषणा की। सेवारत चिकित्सक संघ और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी आरोपी नर्सिंगकर्मियों का समर्थन करते हुए विरोध जताया है।
दूसरी ओर महिला की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर दोनों नर्सिंगकर्मियों के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले की जांच की जा रही है।
इस मामले में पीएमओ डॉ. प्रभाकर विजय का कहना है कि-
‘दोनों तरफ से पुलिस को रिपोर्ट दी गई है। पुलिस मामले की जांच करेगी। अस्पताल प्रशासन भी अपने स्तर पर बोर्ड गठित जांच करेगा।