ठीक होने के बाद फिर बीमार हो रहे कोरोना संक्रमित, इसलिए अब यह होगी व्यवस्था

एनसीआई@जयपुर
कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद सामान्य जीवन जीने की आस लिए अपने घरों पर जा रहे लोगों के विभिन्न बीमारियों की पकड़ में आने की खबरों के बाद राज्य सरकार अब बड़ा कदम उठाने जा रही है। अब ऐसे लोगों को अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से निजात दिलाने के लिए हर जिला मुख्यालय पर पोस्ट कोविड क्लिनिक शुरू किए जाएंगे। इन क्लिनिकों में संक्रमण से ठीक होने के बाद अन्य रोगों से ग्रसित लोगों का इलाज किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने हर जिला अस्पताल को निर्देश जारी कर दिए हैं। हर जिला मुख्यालय पर पोस्ट कोविड क्लिनिक और पोस्ट कोविड आईसीयू चलाना जरूरी होगा।
जानकारी के अनुसार कोरोना से ठीक हो चुके काफी लोग तनाव से जुड़ी समस्याएं लेकर अस्पतालों में आ रहे हैं। साथ ही ऐसे मरीजों में सांस सम्बन्धी परेशानियां, मानसिक ट्रोमा, डायबिटीज, दिल सम्बन्धी बीमारियां, किडनी समस्या, पेट सम्बन्धी बीमारियां हो रही हैं। कोरोना संक्रमण के इन दूसरे प्रभावों की जांच और निदान के लिए अब पोस्ट कोविड क्लिनिकों की जरूरत महसूस की जाने लगी है। अब इन पोस्ट कोविड बीमारियों का इलाज पोस्ट कोविड क्लिनिकों में प्रभावी तरीके से किए जाने की योजना है।
ओपीडी का संचालन भी अब अलग से
पोस्ट कोविड बीमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए हर अब जिला मुख्यालय अस्पताल में ओपीडी भी अलग होगा। इसका समय सुबह 9 बजे से सायं 7 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस ओपीडी में एक एमडी मेडिसिन, एक काउंसलर और एक श्वास सम्बन्धी बीमारियों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर सेवा देंगे। कुल मिलाकर पोस्ट कॉविड मरीजों को होने वाली सभी सम्बन्धित बीमारियों का इनमें इलाज किए जाने की योजना है। साथ ही इनमें उन मरीजों की काउंसलिंग भी की जाएगी। इसके बाद कोविड केयर इंचार्ज की जिम्मेदारी होगी कि वह तीन दिन में मरीज का फीडबैक ले। उनका पूरी तरह स्वस्थ होना सुनिश्चित करना होगा।
गम्भीर मरीजों के लिए अलग आईसीयू
इन पोस्ट कोविड मरीजों में कोई गम्भीर बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं तो जिला मुख्यालय अस्पताल में इनके लिए अलग वार्ड, अलग बेड और अलग आईसीयू चिह्नित किए जाएंगे। वे इन मरीजों के लिए ही रिजर्व रहेंगे। मरीजों को 24 घंटे चिकित्सा की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी।
181 हेल्पलाइन की ले सकेंगे मदद
ऐसे रोगी एम्बुलेंस या अन्य चिकित्सकीय सहायता के लिए हेल्पलाइन नम्बर 181 की मदद ले सकते हैं। इस पर फोन करने पर रोगियों को पोस्ट कोविड क्लिनिक पहुंचाया जाएगा।
लेकिन अहम सवाल…..
सरकार की पोस्ट कोविड मरीजों लिए यह योजना तो बहुत अच्छी है, मगर पहले से ही विभिन्न कमियों से जूझ रहे जिला अस्पतालों में क्या इतने संसाधन मौजूद हैं जिनसे कि इन क्लीनिकों का संचालन सम्भव हो सके? या फिर क्या इनके लिए अलग से कोई बजट पारित किया जाएगा? क्या हर जिला अस्पतालों में पोस्ट कॉविड बीमारियों के लिए इतने चिकित्सक मौजूद हैं या सरकार इनका प्रबंध कर देगी?