मुम्बई में सरकार के खिलाफ बीजेपी का विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने लिया हिरासत में
एनसीआई@मुम्बई
भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को महाराष्ट्र सरकार के प्रशासनिक मुख्यालय मंत्रालय पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में ‘मीडिया और जनता सब बेहाल, महाराष्ट्र सरकार में आपातकाल।’लिखे बैनर अपने हाथों में ले रखे थे। ऐसे ही बैनर अपने शरीर पर भी टांग रखे थे। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने इस मसले को लेकर उद्धव सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। यह अलग बात है कि पुलिस ने इन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के खिलाफ साजिश रचने के मसले पर लोगों के निशाने पर आ गई है। कम्पनी के सीओओ, सीएफओ और सम्पादकों को समन, उनके सभी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर और धारा 91 के तहत पिछले चार सालों में कम्पनी में हुए छोटे से छोटे लेन-देन का ब्योरा मांगने तक मुम्बई पुलिस द्वारा रिपब्लिक पर लिए गए सारे एक्शन की भारी आलोचना की जा रही है।
बीजेपी विधायक अतुल भातलकर ने विरोध प्रदर्शनों की अनुमति नहीं दिए जाने पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा, “यह शर्म की बात है कि पुलिस और सरकार मंत्रालय के बाहर विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे रहे हैं। पहले विरोध प्रदर्शन होते थे और बाद में पुलिस उन्हें जाने के लिए कहती या उन्हें वैन में ले जाती। आज, विरोध शुरू होने से पहले ही उन्होंने उन्हें हिरासत में ले लिया।”
विधायक भातलकर ने कहा कि “जब उन्हें पता चला कि हम विरोध करने जा रहे हैं तो उन्होंने हमारे सदस्यों को कार्रवाई की धमकी देते हुए एक नोटिस जारी किया। यह महाराष्ट्र में फासीवाद और हिटलर-राज है। वे रिपब्लिक की आवाज़ को दबाने और इसे बंद करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मैं सीएम को बता रहा हूं, वे हमारी आवाज़ को बंद नहीं कर सकते। लोकतंत्र में विरोध करना एक मौलिक अधिकार है। वे यहां किसी भी सम्पत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं, वे केवल अपनी आवाज़ व्यक्त कर रहे हैं।” इसी तरह के विरोध प्रदर्शन बेंगलुरु और देश के अन्य हिस्सों में भी देखे गए हैं। इस बीच, रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने मुम्बई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को उनके साथ इंटरव्यू करने के लिए खुला निमंत्रण दिया है।