मददगार बन कर ब्रिटेन से राजस्थान आए इयान को चार बार मौत ने जकड़ा, हर बार जीत कर चर्चा का विषय बने
एनसीआई@जोधपुर
इंग्लैंड के इयान जॉन्स राजस्थान के जोधपुर आए थे स्थानीय शिल्पकारों की मदद करने के लिए, मगर यहां उनके साथ अजीब वाकया पेश आया। अलग-अलग रूपों में आई मौत ने उन्हें चार बार बुरी तरह जकड़ा। मगर हर बार वह चिकित्सकों की कुशलता के साथ अपनी दृढ़ इच्छा के बल पर इसे मात दे सकुशल बच निकले। जिसे भी इस बात का पता चल रहा है, वह इस चमत्कार को जोधपुर के उन शिल्पकारों की दुआओं का असर मान रहा है, जिनकी मदद करने इयान यहां आए हैं।
शिल्पकारों को आर्थिक तंगी से बाहर निकालना है मिशन
इयान जॉन्स राजस्थानी कारीगरों के बनाए पारम्परिक शिल्प को अपनी चेरिटी संस्था के जरिए ब्रिटेन में बिकवाते हैं। इनका मिशन इन राजस्थानी कामगारों को आर्थिक तंगी से बाहर निकलना है। मगर यहां आने के बाद इयान को पहले तो डेंगू ने अपनी चपेट में लिया। उन्होंने इलाज करवाया, लेकिन इसके बाद इयान को मलेरिया ने जकड़ लिया। इयान इस बीमारी को भी मात देकर स्वस्थ हो गए। मगर इसके बाद एक और बड़ी मुसीबत उनका इंतजार कर रही थी। अब इयान कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। इसके चलते वे ब्रिटेन नहीं लौट पाए। लेकिन इयान ने यहां भी हार नहीं मानी और बुलंद हौंसले के बल पर कोरोना को भी हरा दिया। इयान इसके बाद अस्पताल से निकलकर शिल्पकारों के एक गांव में पहुंचे तो वहां खतरनाक कोबरा ने उन्हें डस लिया। इस पर उन्हें फिर जोधपुर के मेडिप्ल्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। 9 नवम्बर को इयान का इलाज शुरू हुआ। दो दिन में ही वह फिर से मौत से जीत कर अस्पताल से बाहर आ गए।
यह कहा डॉक्टर ने…
मेडिपल्स अस्पताल के डॉ. अभिषेक तातेर का इस सम्बन्ध में कहना है कि, ‘इयान को एक गांव में कोबरा सांप ने डस लिया था। जब वह अस्पताल पहुंचे तो उन्हें साफ-साफ दिखाई नहीं दे रहा था। साथ ही चलने में भी परेशानी हो रही थी। लेकिन इलाज के दौरान वे अपने हौंसले से तेजी से रिकवर हुए। इस प्रकार चार बार मौत को हराने वाले इयान जोधपुर में चर्चा का विषय बन गए हैं।