अजमेर: ब्वॉयज हॉस्टल में चल रहा था नकली दवाएं बनाने का कारखाना, मशीनें और भारी मात्रा में दवाएं जब्त, बिल्डिंग सील
एनसीआई@अजमेर
शहर में अजमेर इंजीनियरिंग कॉलेज के पास स्थित श्री विनायक ब्वॉयज हॉस्टल में गुरुवार को नकली दवाओं के बड़े कारखाने का भंडाफोड़ हुआ तो राज्यभर में सनसनी फ़ैल गई। यहां भारी मात्रा में नकली दवाओं का जखीरा जब्त किया गया। बड़ी बात यह है कि यह कार्रवाई दिल्ली की साकेत कोर्ट के आदेश पर गठित टीम ने अजमेर पुलिस के साथ की। साफ है कि राजस्थान की इंटेलिजेंस एजेंसियों और पुलिस को इतने बड़े गड़बड़झाले की भनक तक नहीं थी।इस हॉस्टल में मशीनों से दवाओं का निर्माण और उनकी पैकिंग की जा रही थी।
दिल्ली की साकेत कोर्ट के आदेश पर गठित टीम के लोकल कमिश्नर एडवोकेट मयंक ने बताया कि कोर्ट में एक दावा पेश किया गया था। इसमें बताया गया था कि पौरुष जीवन के नाम से अजमेर के इंजीनियरिंग कॉलेज के पास, श्री विनायक हॉस्टल में नकली दवाओं का उत्पादन किया जा रहा है। इस पर यहां आदर्श नगर थाना पुलिस की मौजूदगी में टीम ने छापा मारा। इसमें वहां नकली दवाइयों का जखीरा मिला। यहां मशीनों से ही दवाइयों के निर्माण के अलावा उनकी पैकिंग का काम भी किया जा रहा था। इसके बाद दवाइयों व मशीनों सहित भवन को सीज कर दिया गया।
भवन मालिक अंकित सैनी का इस सम्बन्ध में कहना है कि उन्होंने कहा कि करीब डेढ़ साल से हॉस्टल अक्षय शर्मा को किराए पर दे रखा है। लॉकडाउन से पहले तो कुछ बच्चे भी यहां किराए पर रहते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद से हॉस्टल खाली पड़ा था। अब दवाइयों का कारोबार हो रहा था, यह मेरी जानकारी में भी नहीं था। मैं भी बाहर हूं और जाकर पता करूंगा।
अक्षय शर्मा से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वे थर्ड पार्टी दवाओं का निर्माण करते हैं। यह नकली दवाइयों का मामला नहीं, बल्कि ट्रेड मार्क रजिस्टेशन का मामला है। हमें दिल्ली की एक फर्म ने जाली पेपर दिखाकर पैकेजिंग मैटेरियल उपलब्ध कराए और हम उनका काम कर रहे थे।