कांग्रेस की आलोचना के बीच ईरान ने कहा-भारत के महान लोगों का शुक्रिया, इजरायल के साथ युद्ध विराम को बताया ईरानी राष्ट्र की जीत
ईरान ने इजरायल के साथ युद्ध खत्म होने के बाद भारत के लोगों को खासतौर पर शुक्रिया अदा किया है। नई दिल्ली में ईरानी दूतावास ने एक बयान जारी कर भारत के साथ लम्बे सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच सम्बंधों का जिक्र किया गया है।
एनसीआई@नई दिल्ली/सेन्ट्रल डेस्क
ईरान ने इजरायल के साथ हालिया युद्ध के दौरान समर्थन के लिए भारत और देश के लोगों का धन्यवाद अदा किया है। नई दिल्ली में ईरान के दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बयान जारी किया है, जिसमें इस्लामी राष्ट्र ने ‘भारत के सभी महान और स्वतंत्रता प्रेमी लोगों के प्रति आभार’ व्यक्त किया है। बयान में ईरानी दूतावास ने हालिया संघर्ष को ईरानी राष्ट्र की जीत के रूप में प्रस्तुत किया है। इसके साथ ही भारत और ईरान के बीच लंबे समय से चले आ रहे सम्बंधों का भी जिक्र किया गया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर पार्टी के तमाम नेता ईरान-इजरायल युद्ध के बीच भारत सरकार पर ईरान का पक्ष नहीं लेने, मगर इजरायल की तरफदारी करने का आरोप लगाते रहे हैं। सोनिया गांधी का तो इस विषय पर अखबार में लेख भी प्रकाशित हुआ। इसमें बताने की कोशिश की गई कि कैसे ईरान ने विभिन्न मौकों पर भारत का साथ दिया। ऐसे में ईरान का यह बयान निश्चित रूप से कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।
ईरानी राष्ट्र की बताया जीत
बयान में कहा गया कि जायोनी शासन और संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन्य आक्रमण के सामने ईरानी राष्ट्र की जीत के अवसर पर नई दिल्ली में इस्लामी गणराज्य ईरान का दूतावास भारत के सभी महान और स्वतंत्रता प्रेमी लोगों को प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता है। इसमें (भारत के) सम्मानित नागरिक, राजनीतिक दल, संसद के माननीय सदस्य, गैर-सरकारी सदस्य, धार्मिक और आध्यात्मिक नेता, विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, मीडिया के सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ता और सभी व्यक्ति शामिल हैं, जो ईरान के महान राष्ट्र के साथ मजबूती और मुखरता से खड़े रहे।
इजरायल-ईरान में युद्धविराम के बाद जारी बयान में आगे कहा गया है कि ‘इस जबरदस्त आक्रमण के सामने ईरानी लोगों की दृढ़ता सिर्फ अपनी मातृभूमि और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा नहीं थी, बल्कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर, मानवीय सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय कानून के मूलभूत मानदंडों के गम्भीर उल्लंघन के खिलाफ प्रतिरोध का प्रतीक थी।’ भारत को धन्यवाद देते हुए कहा गया कि ‘हम भारत के महान राष्ट्र के लोगों और संस्थानों द्वारा दिखाए गए वास्तविक और अमूल्य समर्थन के लिए अपनी ईमानदारी से प्रशंसा व्यक्त करते हैं। निस्संदेह, यह एकजुटता – हमारे दोनों देशों के बीच लम्बे समय से चले आ रहे सांस्कृतिक, सभ्यतागत और मानवीय सम्बंधों में निहित है – शांति, स्थिरता और वैश्विक न्याय के कारण को और मज़बूत करेगी।’
ईरान में जासूसी के आरोप में तीन को फांसी
इस बीच ईरान ने इजराइल के लिए जासूसी के आरोप में बुधवार को तीन और कैदियों को फांसी दे दी। ईरान की सरकारी ‘IRNA’ समाचार एजेंसी ने इस बारे में खबर दी। 16 जून से जासूसी के लिए फांसी पाने वालों की संख्या 6 हो गई है। कैदियों को ईरान के पश्चिम अजरबैजान प्रांत की उर्मिया जेल में फांसी दी गई। पश्चिम अजरबैजान देश का सबसे उत्तर पश्चिमी प्रांत है। ‘IRNA’ ने खबर में ईरान की न्यायपालिका का हवाला देते हुए कहा कि इन व्यक्तियों पर देश में हथियार लाने का आरोप था।
ईरान ने इजराइल के साथ अपने युद्ध के दौरान कई लोगों को फांसी की सजा दी है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने आशंका जताई है कि संघर्ष समाप्त होने के बाद कई और लोगों को फांसी पर लटकाया जा सकता है। फांसी पर लटकाए गए तीनों व्यक्तियों की पहचान ईरान ने आजाद शोजाई, इद्रिस आली और इराकी नागरिक रसूल अहमद रसूल के रूप में की है।
