अजमेर: दरगाह अंजुमन कमेटी के पदाधिकारी का बेटा गिरफ्तार, आतंकी को पनाह देने का है आरोप
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पंजाब पुलिस ने एक बार फिर से अजमेर में बड़ी कार्रवाई करते हुए दरगाह अंजुमन कमेटी (Dargah Anjuman Committee) के एक पदाधिकारी के बेटे तौसीफ चिश्ती को गिरफ्तार किया है। उस पर एक आतंकी को पनाह देने का आरोप है। पंजाब पुलिस उसे अपने साथ ले गई है। पंजाब पुलिस ने ही दो दिन पहले मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपी दीपक उर्फ टीनू को अजमेर जिले के केकड़ी इलाके से गिरफ्तार किया था।
एनसीआई@अजमेर
राजस्थान का अजमेर जिला पंजाब पुलिस के निशाने पर है। पंजाब पुलिस ने महज दो दिन के अंतराल में एक बार फिर से अजमेर में बड़ी कार्रवाई कर एक अन्य मामले में अजमेर दरगाह के खादिम एवं अंजुमन संस्था के एक पदाधिकारी के बेटे को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई की भी स्थानीय पुलिस को भनक नहीं लग पाई। जानकारी के मुताबिक पंजाब पुलिस ने यहां दरगाह इलाके के रहने वाले तौसीफ चिश्ती नाम के शख्स को गिरफ्तार किया। पंजाब पुलिस उसे अपने साथ ले गई है।
सूत्रों के मुताबिक तौसीफ चिश्ती पर पंजाब के एक कुख्यात अपराधी को शरण देने और अपराध में शामिल होने का आरोप है। बताया जा रहा है कि उसे एक आतंकी को पनाह देने के मामले में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तौसीफ ने अजमेर में आतंकी चरत सिंह को पनाह दी थी। चरत और उसके साथी की ओर से मोहाली में पुलिस मुख्यालय पर RPG अटैक किया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तौसीफ ने चरत सिंह को पिस्टल मुहैया करवाई थी। चरत सिंह को हाल ही में मुम्बई में पकड़ा गया था। पंजाब पुलिस चरत से उसके फरारी के सफर की जानकारी लेने में जुटी है। उसके बाद से यह कार्रवाइयां की जा रही हैं।
पंजाब पुलिस ने चरत की ओर से बताई गई एक जगह से AK-47 और 100 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। पंजाब पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच पड़ताल करने में जुटी है। बताया जा रहा है कि तौसीफ के तार खालिस्तान से भी जुड़े हुए हैं। पंजाब पुलिस ने दो दिन पहले ही मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपी दीपक उर्फ टीनू को अजमेर जिले केकड़ी इलाके से गिरफ्तार किया था। उसकी भनक भी स्थानीय पुलिस को नहीं लग पाई थी।
अजमेर पुलिस आई अलर्ट मोड पर
अब अंजुमन कमेटी के पदाधिकारी के पुत्र की गिरफ्तारी से अजमेर पुलिस भी अलर्ट मोड पर आ गई है। पिछले दिनों उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या के बाद भी अजमेर में हलचल शुरू हो गई थी। अजमेर में इस तरह की धरपकड़ का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां संदिग्ध गतिविधियों को लेकर पुलिस कार्रवाई होती रही है, लेकिन अब जिस तरह से पंजाब पुलिस ने अजमेर पर फोकस कर रखा है, उससे स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं।