कोटा ग्रामीण पुलिस की बड़ी सफलता, मध्यप्रदेश में तीन आरोपी गिरफ्तार
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कुछ घंटों में ही मंडाना पेट्रोल पम्प लूट की वारदात का खुलासा
एनसीआई@कोटा
कोटा ग्रामीण पुलिस ने 10-11 फरवरी की दरमियानी रात मंडाना थाना क्षेत्र में स्थित एक पेट्रोल पम्प पर हुई लूट की वारदात का खुलासा कर दिया। बड़ी बात यह है कि कोटा ग्रामीण पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों में से तीन को मध्य प्रदेश में ऐसी ही एक अन्य वारदात को अंजाम देने के तुरंत बाद धर दबोचा। मगर तकनीकी कारणों से इन आरोपियों को फिलहाल मध्य प्रदेश पुलिस के सुपुर्द करना पड़ा। बाद में उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर कोटा लाया जाएगा। यह सभी आरोपी अलवर जिले की बेहद कुख्यात मेव गैंग से सम्बद्ध हैं। आरोपियों में फिरोज, साहिल व सादिक शामिल हैं।
एसपी (ग्रामीण) शरद चौधरी ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10- 11 फरवरी की रात्रि ढाई-तीन बजे मंडाना के गोविंदम इंटरप्राइजेज पेट्रोल पम्प पर लूट की वारदात हुई थी। सूचना पर एसएचओ, सीओ, एडिशनल एसपी आदि मौके पर पहुंचे। नाकाबंदी करवाई, पीछा किया, लेकिन आरोपियों को पकड़ने में सफल नहीं मिली। फिर आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहला क्लू मिला। कोटा ग्रामीण पुलिस इसी के आधार पर आगे बढ़ी। टोल टेक्स नाके से गाड़ियों की एनालिसिस की तो आरोपी अलवर जिले के मालूम पड़े। गाड़ी का नम्बर आरजे 02 पता चला। इस पर एसएचओ मंडाना, डीएसपी, एडिशनल एसपी, साइबर टीम आदि सामंजस्य से आगे बढ़े। इस दौरान कल झालावाड़ और उससे आगे जैसे-जैसे उनकी लोकेशन बदल रही थी हम भी उनके पीछे चल रहे थे। चौधरी ने बताया कि आगे मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के छापीहेड़ा कस्बे में इत्तेफाक से जिस वक्त वहां मंडाना एसएचओ महेश के नेतृत्व में टीम पहुंची, उसके 10 मिनट पहले ही वहां के एक पेट्रोल पम्प पर भी लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। आरोपी वारदात के बाद बगल में खड़ी एक गाड़ी से भागने की फिराक में थे कि कोटा ग्रामीण पुलिस ने घेर लिया। जद्दोजहद के बीच उन्होंने हमारी टीम पर फायरिंग की, तो ग्रामीण पुलिस ने भी फायरिंग से जवाब दिया। इस दौरान 5 में से 2 आरोपी भागने में सफल रहे लेकिन 3 पकड़े गए।
फिर यह आ गई रुकावट
एसपी (ग्रामीण) चौधरी ने आगे बताया कि वह मध्य प्रदेश का इलाका था। वहां के थाना छापीहेड़ा से 35 किलोमीटर दूर जब अभियुक्तों को लेकर आ रहे थे तो उस जगह पर जिले की पुलिस ने रोका और समीपवर्ती पुलिस स्टेशन माचलपुर पर तीनों अभियुक्तों के साथ पहुंचे। वहां राजगढ़ एसपी प्रदीप शर्मा व महानिरीक्षक रेंज से भी वार्ता हुई। क्योंकि उनके यहां भी तात्कालिक वारदात हुई थी, इसलिए आधिकारिक स्तर पर यह तय हुआ कि पहले वहां प्रकरण दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार किया जाए। इसलिए तीनों आरोपियों को वहां छोड़ दिया गया। अब जब वहां इन मुलजिम को न्यायिक हिरासत मिल जाएगी तो वहां से प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा।
दौसा में पेट्रोल पम्प लूट कर आए थे कोटा
एसपी (ग्रामीण) चौधरी ने यह भी बताया कि कोटा की वारदात से पहले अभियुक्तों ने दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा थाना क्षेत्र में भी एक पेट्रोल पम्प पर लूट की वारदात को अंजाम दिया था, दूसरी वारदात कोटा के मंडाना में हुई। तीसरी राजगढ़ के छापीहेड़ा थाना क्षेत्र में। ग्रामीण पुलिस व एसएचओ महेश की टीम पर गर्व है कि उन्होंने फायरिंग से भी नहीं घबराते हुए उसका भी जवाब दिया। एडिशनल एसपी पारस जैन पर भी गर्व है।