CoWIN एप: 40 लाख रुपए जीतने का मौका, कोविड-19 टीका वितरण के लिए करना होगा बस ये काम
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Government starts competition to strengthen covid 19 vaccine digital platform win RS 40 lakhs
नयी दिल्ली। सरकार ने बुधवार को डिजिटल प्लेटफॉर्म कोविन को मजबूत करने के लिए आईटी कंपनियों और स्टार्ट-अप कंपनियों की ओर से समाधान आमंत्रित करने के लिए एक प्रौद्योगिकी प्रतियोगिता शुरू की, जिनका उपयोग देश भर में कोविड टीके वितरण को शुरू करने और उसे बढ़ाने के लिए किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ ‘कोविन’ (CoWIN) चैलेंज की शुरुआत करने का एलान किया है। यह चैलैंज कोविड वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क (CoWIN) की व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है। यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा जिसे राष्ट्रीय स्तर पर कोविड वैक्सीन वितरण व्यवस्था के लिए तंत्र को प्रभावी रूप से रोलआउट करने और बढ़ाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार इस ग्रांड चैलैंज के विजेताओं को कुल 3.85 करोड़ रुपए तक के उपहार मिलेंगे। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस संबंध में कहा, ‘भारत के इनोवेटर्स ने कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं पूरे देश में शुरू किए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रम के लिए कोविन प्लेटफॉर्म को मजबूती देने के लिए शुरू किए गए इस ग्रांड चैलेंज में हिस्सा लेने के लिए देश के सभी इनोवेटर्स और स्टार्टअप्स को आमंत्रित करता हूं।’
सरकार इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (ईवीआईएन) प्रणाली का उपयोग बढ़ा रही है, जो देश में सभी कोल्ड चेन बिंदुओं पर टीके के भंडारण तापमान के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करता है, ताकि कोविड-19 टीके के वितरण और निगरानी की जरूरतों को पूरा किया जा सके। एक बयान में कहा गया है कि प्रतियोगिता संयुक्त रूप से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा संचालित की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय तकनीकी ऐसे समाधानों की तलाश कर रहा है जिनसे टीकाकरण के बाद किसी भी प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिए सुवाह्यता, परिवहन, कतार प्रबंधन, रिपोर्टिंग और निगरानी तंत्र के मुद्दों का हल किया जा सके।
दूसरे स्थान पर आने वाले को मिलेंगे 20 लाख
टॉप 5 आवेदकों को CoWIN API (ऐप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) उपलब्ध कराया जाएगा, जिसका मकसद प्लेटफॉर्म के साथ संभावित एकीकरण के लिए अपने सोल्यूशंस की क्षमता को सिद्ध करना होगा। शॉर्टलिस्ट किए गए हर आवेदक को इस स्टेज पर 2 लाख रुपए जतने का मौका होगा जो उनकी लॉजिस्टिकल जरूरतों को कवर करेगा। चुनौती से टॉप 2 प्रतियोगियों को क्रमश: 40 लाख और 20 लाख का इनाम दिया जाएगा।
प्रसाद ने कहा कि इस चैलैंज में इनोवेटिव स्टार्टअप्स और उभरते तकनीकी विशेषज्ञों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। इच्छुक लोग इस वेबसाइट पर पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण 23 दिसंबर से शुरू होगा और इसकी अंतिम तारीख 15 जनवरी होगी। शीर्ष पांच आवेदकों को कोविन एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वह प्लेटफॉर्म के साथ अपने समाधानों की प्रभाविता सिद्ध करेंगे।
इस महीने की शुरुआत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि महामारी के खिलाफ सामूहिक टीकाकरण के लिए मोबाइल तकनीक का उपयोग किया जाएगा। आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक बयान में कहा, “भारत के अन्वेषकों ने कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं भारत में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम को शुरू करने के लिए कोविन प्लेटफॉर्म को मजबूत करने की बड़ी चुनौती के लिए अन्वेषकों और स्टार्ट-अप कंपनियों को आमंत्रित करता हूं।”
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