एक लाख रुपए रिश्वत लेते हाउसिंग बोर्ड का इंजीनियर गिरफ्तार
1 min read
जयपुर। एसीबी की गिरफ्त में आते ही हाथ जोड़कर दया की भीख मांगता इंजीनियर विजय कुमार।
एनसीआई@जयपुर
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने शुक्रवार को बड़ी कारवाई करते हुए हाउसिंग बोर्ड के परियोजना अभियंता को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपी प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार ने परिवादी ठेकेदार से टेक्नीकल बिड जारी करने की एवज में रिश्वत मांगी थी। उसने रिश्वत की राशि हाथ में लेने की बजाए फाइल में रखवाई। एसीबी ने इस कार्रवाई के बाद विजय कुमार के कार्यालय के साथ ही उसके घर की भी तलाशी ली। इस मामले में अन्य अधिकारियों की भूमिका की जांच भी की जा रही है।
मामले के अनुसार परिवादी इलेक्ट्रिक ठेकेदार है। उसने 10 दिन पहले प्रताप नगर में बन रहे कोचिंग हब में इलेक्ट्रिक का ठेका लेने के लिए आवेदन किया था। हाउसिंग बोर्ड में इलेक्ट्रिकल विंग में प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार टेक्निकल बिड (नीलामी) का काम देखते हैं। विजय कुमार के पास परिवादी का काम पेंडिंग था। ठेकेदार ने एसीबी में शिकायत दी कि विजय कुमार टेक्निकल बिड पास करने की एवज में रिश्वत मांग सकता है।
सत्यापन के बाद की गई कार्रवाई
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जयपुर देहात टीम ने शिकायत का सत्यापन कराया तो रिश्वत मांगने की बात सामने आई। इसके बाद एसीबी ने जाल बिछाया और और आज हाउसिंग बोर्ड में इलेक्ट्रिक ब्रांच में प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ लिया। एसीबी ने हाउसिंग बोर्ड के कमरा नम्बर 312 जहां विजय कुमार का कार्यालय है, में यह कार्रवाई की।
एसीबी के इंस्पेक्टर नीरज भारद्वाज ने बताया कि ठेकेदार ने प्रताप नगर में बंद रहे कोचिंग हब में इलेक्ट्रिक का ठेका लेने के लिए एक फाइल हाउसिंग बोर्ड पर लगाई थी। प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार ने फाइल पास करने की एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी।
फाइल में रखवाई रिश्वत, बोला देर से आए हो
एसीबी ने शिकायत का सत्यापन किया और आज विजय कुमार को ट्रेप करने की योजना बनाई। विजय कुमार ने परिवादी ठेकेदार से रिश्वत की राशि फाइल में रखवाई। इसके बाद संकेत मिलते ही सीआई नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में टीम ने ट्रेप की कार्रवाई कर रिश्वत की राशि जब्त कर ली। इस दाैरान विजय कुमार ने एसीबी टीम से कहा था कि आप देरी से आये हो।
ठेका लेने के लिए पांच ठेकेदारों ने लगाई थी फाइल
कोचिंग हब में इलेक्ट्रिकल ठेका लेने के लिए पांच ठेकेदारों ने फाइल लगाई थी। इसमें बाकी ठेकेदारों से भी पूछताछ की जाएगी कि उनसे भी आरोपी इंजीनियर ने रिश्वत मांगी थी या नहीं।
सीट छोड़ भागे स्टाफकर्मी
एसीबी की कार्रवाई को देखते हुए ऑफिस में मौजूद अन्य कर्मचारी अपनी-अपनी सीटें छोड़कर भाग निकले। एसीबी कार्रवाई की सूचना आग की तरह पूरे हाउसिंग बोर्ड में फेल गई। एसीबी ने रिश्वत की राशि जब्त कर फाइलों को खंगाला।