एनएचएम नर्सेज भर्ती संघ 2 अक्टूबर से सामूहिक अवकाश पर
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एनसीआई@बून्दी
एनएचएम 2018 के तहत कार्यरत जीएनएम ने प्रांतीय आह्वान पर मानदेय को अन्य राज्यों के नर्सेज़ के समान या राज्य के मेडिकल कॉलेज में कार्यरत UTB नर्सेज़ के समान करने की मांग को लेकर मुख्यममंत्री के नाम अतिरिक्त जिलाधीश व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। साथ ही इन मांगों के समर्थन में 2 अक्टूबर से सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी भी दी।
ज्ञापन में लिखा है कि उनके साथ राज्य की अन्य योजनाओं में कार्यरत संविदा नर्सेज़ से वेतनमान में भेदभाव किया जा रहा है, जबकि UTB नर्सेज़ को उनसे कई गुना अधिक वेतन दिया जा रहा है। उन्हें 7900 रुपए वेतन दिया जा रहा है, उसमें से भी EPF की कटौती कर 6952 रुपए ही वेतन मिलता है। इससे उनके सामने परिवार पालने का संकट खड़ा हो गया है। बढ़ती मंहगाई के दौर में यह मानदेय ऊंट के मुंह मे जीरे के समान है। वहीं कोविड संक्रमण काल में हमने पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से रोगियों की सेवा की है। इस दौरान हमारे कई साथी कोविड संक्रमित भी हुए हैं। हमारी मांगों को संविदाकर्मियों के कल्याण के लिए बीडी कल्ला के नेतृत्व में बनी समिति में भी शामिल कर अन्य संविदाकर्मियों की भांति नियमितीकरण की प्रक्रिया आरम्भ करने की मांग भी की है। राज राज्य नर्सेज़ एसोसिएशन एकिकृत के सम्भागीय संयोजक अनीस अहमद ने सरकार से मांग की है कि अबिलम्ब इनकी मांगों का समाधान वार्ता आयोजित कर करें।
ज्ञापन देने वालों में राज राज्य नर्सेज़ एसोसिएशन एकीकृत के जिला महामंत्री जितेंद्र चंदेल, NHM नर्सेज़ के अध्यक्ष मनोज दाधीच, देवराज मीणा, योगिता, मनीष मीणा, वंदना गोस्वामी, नरेन्द्र सिंह, ज्योति, सुरेश, अशोक, रामरतन, योगिता सेन, अवतार, कीर्ति आदि NHM नर्सेज़ मौजूद थे।