संजय राउत ने कहा: राहुल, इंदिरा गांधी के पोते और राजीव गांधी के बेटे हैं, हमें यह बात नहीं भूलनी चाहिए
1 min read
एनसीआई@सेन्ट्रल डेस्क
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक युवती की गैंगरेप के बाद हुई मौत मामले में वहां जा रहे राहुल गांधी से पुलिस की हुई धक्का-मुक्की के बीच उनके नीचे गिर जाने पर शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने एक बयान दिया है। उनका यह बयान भी काफी चर्चा में आ गया है।
इस मामले पर शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि भले कांग्रेस के साथ हमारा मतभेद हो सकता है, पर राहुल गांधी एक राष्ट्रीय नेता है। अगर राष्ट्रीय नेता पीड़िता परिवार से मिलने जा रहा है, उसे रोकने की बात मैं मानता हूं कि वहां 144 लगा है या लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति है। लेकिन, राहुल गांधी से जिस तरह से बर्ताव किया है वहां की पुलिस ने, उसका समर्थन इस देश में कोई नहीं कर सकता है। राहुल गांधी इंदिरा गांधी के पोते हैं, यह हमें भूलना नहीं चाहिए। राहुल गांधी राजीव गांधी के बेटे भी हैं। इन सभी लोगों ने देश के लिए अपनी शहादत भी दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की आप राजनीतिक तौर पर आलोचना कर सकते हैं, लेकिन अगर उत्तर प्रदेश में किसी दलित लड़की के साथ घटना घटती है और कोई राष्ट्रीय नेता उसके परिजनों से मिलने जाता है, उसका कॉलर पकड़ा जाता है, उसे धक्का मारा जाता है, उसे गिराया जाता है यह एक तरह से इस देश के लोकतंत्र पर गैंगरेप है। इस गैंगरेप की भी जांच होनी चाहिए।
राजस्थान क्यों नहीं गए?
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जहां भी ऐसी घटना होती है, वह जघन्य अपराध है। राजस्थान में भी वारदात हुई थी, मगर कांग्रेस हाथरस की घटना पर गंदी राजनीति कर रही है। दोनों भाई-बहन को हाथरस से पहले राजस्थान जाना चाहिए
संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी पर नोएडा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। ग्रेटर नोएडा के इकोटेक वन थाने में यह एफआइआर दर्ज की गई है। इसके साथ ही कांग्रेस के 203 नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। एफआइआर में इन लोगों के खिलाफ कई संगीन धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस ने कहा है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के काफिले में 50 से अधिक गाड़ियां शामिल थी, और दो सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं थे।