राजस्थान: पुजारी ने किया मंदिर की जमीन पर कब्जे का विरोध, पेट्रोल छिड़क कर जला डाला
1 min read
एनसीआई@करौली
जिले के सपोटरा थाना इलाके के बूकना गांव में मंदिर की जमीन को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद में पुजारी को पेट्रोल छिड़क कर जला डाला। गम्भीर रूप से झुलसे को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इस वारदात की कड़ी निंदा की है। अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं।
सपोटरा थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, वारदात बुधवार सुबह हुई थी। आरोप है कि मंदिर की भूमि पर कब्जा करने के लिए कैलाश मीणा, शंकर, नमो, रामलखन मीणा आदि छप्पर डाल रहे थे। इस दौरान बुजुर्ग पुजारी बाबूलाल ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर आरोपियों ने उन पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इससे पुजारी बुरी तरह से झुलस गए। परिजनों ने पुजारी को पहले सपोटरा चिकित्सालय में भर्ती कराया, लेकिन स्थिति नाजुक होने पर वहां से उन्हें जयपुर रेफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान गुरुवार शाम पुजारी की मौत हो गई। पुजारी ने मौत से पहले पुलिस को दिए बयान में कहा है कि आरोपियों को अतिक्रमण करने से रोका तो उन्होंने उन पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी।
अतिक्रमण को लेकर चल रहा था विवाद
मंदिर में अतिक्रमण को लेकर काफी समय से विवाद की स्थिति बनी हुई थी। गांव वालों की इस मामले में पंचायत भी हुई थी। उसमें पंच- पटेलों ने मंदिर भूमि पर कब्जा करने वालों से अतिक्रमण न करने और कब्जा हटाने को कहा था, लेकिन, आरोपियों ने पंच-पटेलों की बात नहीं मानी। बुधवार को वे लोग इस भूमि पर छप्पर डालकर कब्जा पुख्ता कर रहे थे। इस पर पुजारी ने विरोध किया तो आरोपियों ने इस वीभत्स कांड को अंजाम दे दिया। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये एसपी मृदुल कच्छावा ने आधा दर्जन टीम गठित की हैं। पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है।