बुरे फंसे दिग्विजय सिंह, 4 मंत्रियों ने किया 10 -10 करोड़ रुपए की मानहानि का केस
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एनसीआई@भोपाल
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ सोमवार को राज्य की शिवराज सरकार के चार मंत्रियों ने 10-10 करोड़ रुपए की मानहानि का केस दायर कर दिया।
मामले के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दो दिन पहले फेसबुक पर लिखा था कि लोकतंत्र के बही खाते में जो लोग कांग्रेस से ग़द्दारी कर 35-35 करोड़ में बिके, उन्हें जिन लोगों ने वोट दिए, उसमें से वोट देने वालों को उनका हिस्सा देना चाहिए। मतलब साफ है कि दिग्विजय ने कांग्रेस छोड़ने वालों पर 35-35 करोड़ रुपए में बिकने का आरोप लगाया था। सोमवार को एमपी-एमएलए की स्पेशल कोर्ट (विधायकों और सांसदों के केसों की सुनवाई होती है।) में इस पर राज्य के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेन्द्र सिंह सिसौदिया और मुन्नालाल गोयल की ओर से दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि का केस दायर कर दिया गया। इन मंत्रियों ने 10-10 करोड़ रुपए की मानहानि होना बताया और क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग की। विशेष न्यायाधीश प्रवेन्द्र कुमार सिंह की अदालत ने इस पर अगली सुनवाई और परिवादियों के बयान दर्ज करने के लिए 18 नवबर की तारीख तय की है।
मंत्रियों की ओर से मानहानि का परिवाद पेश करने वाले एडवोकेट विजय शर्मा और मोहम्मद शफीक ने बताया कि 17 अक्टूबर को दिग्विजय सिंह ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा था कि लोकतंत्र के बही खाते में जो लोग कांग्रेस से गद्दारी कर 35-35 करोड़ में बिके, उन्हें जिन लोगों ने उन्हें वोट दिए उसमें से वोट देने वालों को उनका हिस्सा देना चाहिए। जब तक उन्हें उनका ₹35 करोड़ में से हिस्सा ना मिले, तब तक उन्हें वोट नहीं देना चाहिए।