दीपावली पर गरीबों के घर रोशन करेगी आरएसएस, बनाई यह खास योजना
1 min readएनसीआई@अजमेर
दीपावली का त्योहार तभी सार्थक है, जब रोशनी के इस महापर्व पर केवल अपना ही घर रोशन न हो, अपितु खुशियों की रोशनी देश के हर घर में पहुंचे। इसी बात को सार्थक करने के लिए अजमेर में आरएसएस के विद्या भारती संगठन ने एक पहल की है। विद्या भारती की इस पहल से एक तरफ जहां जरूरतमंदों को कौशल विकास का मुफ्त प्रशिक्षण मिल रहा है, वहीं दूसरी तरफ चाइनीज सामान के विकल्प के रूप में देशी सजावटी वस्तुएं उपलब्ध हो रही हैं। बड़ी बात यह है कि इस काम से मिलने वाला मुनाफा इस दीवाली गरीबों के घर भी रोशन करेगा।
दरअसल, कोरोना काल में अन्य स्कूलों के साथ विद्या भारती का स्कूल भी बंद हुआ तो आरएसएस ने इस दीपावली कुछ नायाब करने का मन बना लिया। तय किया गया कि इस दीवाली स्कूल से जुड़े बच्चों और आर्थिक रूप से कमजोर कर्मचारियों की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश की जाए। इसी के तहत चाइनीज सामान के बहिष्कार और स्वदेशी की अवधारणा को मजबूत करने की कोशिश शुरू हुईं। स्कूल को बाकायदा किसी कारखानें में तब्दील कर दिया गया। योग्य इलेक्ट्रिशियन को बुलवा कर कर्मचारियों को इलेक्ट्रिक लाइट बनाने का प्रशिक्षण दिलवाया गया। इस प्रशिक्षण के बाद अभी तक लगभग ढाई हजार लड़ियां तैयार कर बाजार में सप्लाई कर दी गईं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस काम का मुनाफा कर्मचारियों और स्कूल के उन बच्चों में बांटा गया है जो इस योजना में शामिल हुए।
यह प्रयास केवल कौशल विकास तक ही सीमित नहीं रहा। संघ की सोच के अनुरूप इस काम को सेवा बस्ती यानी वंचित वर्ग की बस्तियों के लोगों के घर रोशन करने से भी जोड़ा गया। विद्या भारती के आदर्श स्कूल के प्राचार्य भूपेन्द्र उबाना के अनुसार, संघ हर त्योहार पर अपने सामाजिक सरोकारों को भी निभाने में अग्रणी रहता है। समाज को जोड़ने की सोच के साथ ही इसे अमलीजामा पहनाया गया है।