पत्नी के शव को अस्पताल से ठेले पर ले गया युवक, साथ चलते रहे मासूम बच्चे
1 min readएनसीआई@करौली
जिले के हिंडौन से दिल को झकझोर देने वाली एक खबर सामने आई है। वहां के एक युवक को अस्पताल से अपनी पत्नी के शव को घर ले जाने के लिए वाहन नहीं मिला। ऐसे में उसे ठेले पर रखकर घर ले जाना पड़ा। इस दौरान उसके साथ उसके दो मासूम बच्चे-एक बेटा और बेटी भी थे। इससे भी अधिक बड़ी बात यह है कि इस नजारे को रास्ते भर लोग देखते रहे, मगर कोई उसकी मदद को सामने नहीं आया।
जानकारी के अनुसार फतेहपुर सीकरी का निवासी बबलू अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ हिंडौन के सुखदेवपुरा इलाके में किराए के मकान में रहता है। वह सिलाई करके अपनी आजीविका चलाता है। बुधवार रात को अचानक उसकी पत्नी सरोज (34) को उल्टी हुई तो वह उसे ठेला गाड़ी में डालकर कस्बे के सामान्य अस्पताल ले गया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से जब वह गोदी में अपनी पत्नी के शव को लेकर बाहर निकला तो ठेलागाड़ी पर मां की राह देख रहे बच्चे उससे लिपट गए। स्थिति से अनजान मासूम बच्चों ने मां के शव से लिपटकर और उसे जगाने का प्रयास किया। वे यह नहीं समझ पा रहे थे कि उनकी मां अब कभी नहीं उठने वाली है। इसके बाद बबलू अपनी पत्नी के शव को ठेले में ही रखकर घर ले गया।
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से वाहन नहीं मांगा: पीएमओ
वहीं हिंडौन के सामान्य अस्पताल के पीएमओ डॉ. नमोनारायण मीणा का कहना है कि महिला को उसके परिजन रात को 8.30 बजे अस्पताल लेकर आए थे। इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सक ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि उसके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से किसी वाहन या एम्बुलेंस की मांग नहीं की। वे उसके शव को अपने स्तर से ही बिना पोस्टमार्टम करवाए अपने घर ले गए।