भारत में भी मिल गए 70 गुना तेज कोरोना वायरस के 6 संक्रमित
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एनसीआई@नई दिल्ली
भारत में भी इंग्लैंड वाले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की एंट्री हो गई है। ब्रिटेन से लौटे लोगों में से 6 इस म्यूटेंट कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी लोगों को सिंगल आइसोलेशन रूम में रखा गया है। इनके सम्पर्क में आए करीबी लोगों को भी क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि कुल 33,000 यात्री इंग्लैंड से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर 25 नवम्बर से 23 दिसम्बर के बीच आए थे। इनमें से अभी तक 114 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनके सेम्पल को जब जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया तो 6 में नया स्ट्रेन मिला। इनमें से तीन सेम्पल NIMHANS, बेंगलुरु, 2 CCMB, हैदराबाद और 1 NIV, पुणे में नए स्ट्रेन वाले पाए गए।
इन सभी मरीजों को उनके राज्यों में खास तौर पर तैयार हेल्थकेयर फैसिलिटी में रखा गया है। उनके करीबी लोगों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया है। इसके अलावा, उनके सहयात्रियों, परिवार के अन्य सदस्यों और सम्पर्क में आए दूसरे लोगों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। दूसरे नमूनों की भी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है।
गौरतलब है कि भारत से पहले नए म्यूटेंट कोरोना वायरस वाले स्ट्रेन के केस अब तक डेनमार्क, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर जैसे देशों में सामने आ चुके हैं।
ज्यादा संक्रामक माना जा रहा म्यूटेंट वायरस
सबसे पहले इंग्लैंड में मिले इस वायरस के म्यूटेंट स्ट्रेन को पहले वाले वायरस से 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। कोरोना का ये नया स्ट्रेन, जिसके वायरल जेनेटिक लोड में कम से कम 17 बदलाव हुए हैं, पहली बार दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में सितम्बर में मिला था। यह स्ट्रेन – B.1.1.7 – क्लीनिकल सीवीएरिटी या मृत्यु दर में कोई बदलाव नहीं करता है, लेकिन 70 प्रतिशत अधिक संक्रमणीय है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 20 दिसम्बर को घोषणा की थी कि ब्रिटेन में लंदन सहित कई इलाकों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है, जो पहले से ज्यादा संक्रामक है। ब्रिटेन में पिछले कुछ दिनों में तेजी से संक्रमण बढ़ा भी था, जिसके बाद वहां अधिकतर हिस्सों में लॉक डाउन लगा दिया गया था।
भारत ने क्या की है तैयारी?
नए वायरस की जानकारी मिलने के एक दिन बाद ही भारत ने ब्रिटेन से आने-जाने वाली फ्लाइट्स पर बैन लगाने की घोषणा कर दी थी। यह बैन 22 दिसम्बर की रात 12 बजे से 31 दिसम्बर की रात 12 बजे तक लागू किया गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए वायरस को देखते हुए यूके से लौट रहे लोगों के लिए स्टैंडर्ड ऑफ प्रोसिज़र भी जारी किया है। इसके तहत एयरपोर्ट पर ही यूके से लौट रहे यात्रियों का RT-PCR टेस्ट हो रहा था। पॉजिटिव पाए जाने वालों को बिलकुल अलग आइसोलेशन में रखा जा रहा था। वहीं, इनके अंदर मिले वायरस के जीनोम सीक्वेसिंग की जांच के लिए पुणे के नेशनल वाइरोलॉजी इंस्टीट्यूट भेजा जा रहा था।