लखीमपुर खीरी हिंसा: गृह राज्य मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के सामने पेश
1 min readएनसीआई@लखीमपुर/लखनऊ
क्राइम ब्रांच की ओर से दी गई 11 बजे की डेडलाइन से करीब 22 मिनट पहले 10.38 बजे ही आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया। क्राइम ब्रांच के दफ्तर पुलिस महकमे के आला अधिकारी और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की टीम भी पहले से ही पहुंच चुकी थी। आशीष मिश्रा से पूछताछ जारी है। आशीष मिश्रा के साथ उनके वकील और मंत्री अजय मिश्रा टेनी के प्रतिनिधि भी अंदर मौजूद हैं। आशीष से मजिस्ट्रेट के सामने कलमबंद बयान दर्ज किया जा रहा है।
आशीष अपने साथ दर्जन भर लोगों के हलफनामे लेकर पहुंचा है, जिनमें ये कहा गया है कि वे दंगल में थे, घटनास्थल पर नहीं। आशीष अपने साथ इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस लेकर भी पहुंचा है। आशीष की जांच दल के सामने पेशी को लेकर पुलिस लाइन में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने आशीष मिश्रा की पेशी को देखते हुए पुलिस लाइन को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर ना मार सके।
वहीं, इस दौरान मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निष्पक्ष जांच होगी। निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी। गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच ने आशीष मिश्रा को समन किया था। क्राइम ब्रांच की ओर से आशीष मिश्रा को समन कर 9 अक्टूबर को दिन में 11 बजे तक पेश होने को कहा गया था। लखीमपुर पुलिस जब समन लेकर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के घर पहुंची थी तब वहां कोई नहीं था। पुलिस राज्यमंत्री के घर दूसरी नोटिस चस्पा कर आई थी। क्राइम ब्रांच ने आशीष मिश्रा को दोबारा तलब किया है।
उल्लेखनीय है कि क्राइम ब्रांच ने आशीष को कल भी तलब किया था, लेकिन तब आशीष नहीं पहुंचा था। आशीष के नेपाल भागने की भी चर्चा थी। हालांकि, आशीष के पिता और केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी खुद सामने आए थे और कहा था वो कहीं नहीं गया है। आशीष साक्ष्यों के साथ जांच टीम के सामने पेश होगा। आशीष पर आरोप है कि उसने किसानों पर गाड़ी चढ़ाई थी। इससे लखीमपुर खीरी में हिंसा भड़क उठी थी। लखीमपुर खीरी की हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर किसानों की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में आशीष मिश्रा पर आरोप लगाया है कि किसानों पर गाड़ी चढ़ाई। लखीमपुर खीरी में हुई इस हिंसा के मामले में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी हैं।