दिल्ली में बढ़ता कोरोना का प्रकोप जानलेवा भी हुआ
1 min readएनसीआई@नई दिल्ली
देश की राजधानी में कोरोना के मामले तेज गति से बढ़ते दिख रहे हैं। पिछले कई दिनों से लगातार मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। आज शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना के 1042 नए मामले सामने आ गए। दो लोगों की मौत भी हुई है। राजधानी में पॉजिटिविटी रेट भी चार फीसदी से ज्यादा चल रही है।
कल, गुरुवार को भी दिल्ली में 965 मामले दर्ज किए गए थे और एक शख्स ने जान गंवाई थी। दिल्ली सरकार ऐसे हालात पर यह जरूर कह रही है कि पैनिक करने की जरूरत नहीं है, हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं, लेकिन बढ़ते मामलों ने राजधानी में पाबंदियों का दौर फिर शुरू कर दिया है। मेट्रो और सार्वजनिक जगहों पर मास्क को अनिवार्य कर दिया गया। मास्क ना पहनने पर 500 रुपए के जुर्माने का भी ऐलान है।
स्कूलों को लेकर भी नई गाइड लाइन जारी कर दी गई है। अगर कोई भी छात्र संक्रमित निकलता है तो स्कूल की उस विंग को बंद करने का आदेश हैं। वहीं, जरूरत पड़ने पर स्कूल प्रशासन ही पूरे विद्यालय को बंद करने का निर्देश दे सकता है। अभी के लिए दिल्ली सरकार ने बढ़ते मामलों के बीच स्कूलों को बंद करने की बात नहीं कही है। डॉक्टर्स भी ये मानते हैं कि दो साल से स्कूल बंद थे, अब फिर उन्हें बंद करने से कोई फायदा नहीं है।
वैसे दिल्ली में कोरोना संकट के बीच अस्पतालों को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है। बेड बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है और टीकाकरण अभियान में भी तेजी लाई जा रही है। खबर है कि अस्पतालों में 65 हजार अतिरिक्त बेड बढ़ाने पर जोर दिया गया है। वैक्सीन की बूस्टर डोज भी सरकारी अस्पतालों में फ्री में देने की तैयारी है।
अभी इस समय दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मिजोरम जैसे राज्यों में कोरोना मामले बढ़ने लगे हैं। इस ट्रेंड पर BHU की रिपोर्ट ने बड़ी बात कही है। उस रिपोर्ट के मुताबिक 30% लोगों में हाइब्रिड इम्यूनिटी खत्म हो चुकी है जो आगे चलकर 70% तक खत्म हो जाएगी। वहीं कोरोना की नई लहर को लेकर भी रिपोर्ट में विस्तृत जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक चौथी लहर घातक या फिर ज्यादा बड़ी नहीं होने वाली है।