थाना प्रभारी बना रही थी सट्टे का कारोबार करने का दबाव, 20 हजार रुपए मासिक रिश्वत भी मांग रही थी, शिकायत पर हुई ट्रेप
1 min readएनसीआई@आगर मालवा(मध्यप्रदेश)
यहां एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे हर कोई हैरत में है। दरअसल जिस पुलिस की जिम्मेदारी अपराधों के रोकथाम की होती है, उसी पुलिस की एक अधिकारी एक व्यक्ति पर अपराध करने व इसकी एवज में मासिक बंधी देने का दबाव डाल रही थी। पीड़ित की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने इस थाना प्रभारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में रितेश राठौर, निवासी कानड़, जिला आगर मालवा ने शिकायत की थी। उसने ने 11 अप्रेल को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन अनिल विश्वकर्मा को आवेदन प्रस्तुत कर आरोप लगाया था कि थाना प्रभारी कानड़ मुन्नी परिहार उस पर सट्टेबाजी का धंधा चलाने का दबाव डाल रही है। साथ ही इसके लिए हर महीने 20 हज़ार रुपए रिश्वत की मांग भी कर रही है। राठौर की शिकायत पर 25 अप्रेल, सोमवार को डीएसपी राजकुमार सराफ के नेतृत्व में टीम का गठन कर ट्रेप आयोजित की गई। इसमें लोकायुक्त उज्जैन के डीएसपी सुनील तालान, टीआई राजेन्द्र वर्मा, आरक्षक संजय पटेल, सुनील परसाई, नीरज राठौर व इसरार की टीम ने थाना कानड़ में ही टीआई मुन्नी परिहार को परिवादी से 29 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
जो विवरण सामने आया है उसके अनुसार थाना प्रभारी मुन्नी परिहार ने राठौर से पिछले महीने के बकाया 9 हजार व चालू महीने के बीस हजार रुपए सहित कुल 29 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। परिवादी के अनुसार उसे कोरोना लॉक डाउन के दौरान उसके मुख्य धंधे गल्ले के व्यापार में नुकसान हुआ था। इससे उसने वर्ष 2021 में सट्टे का गोरखधंधा किया। तब टीआई मुन्नी परिहार उससे हर महीने 20 हजार रुपए लेती थी। मगर अब वह स्थिति सही हो जाने के कारण सट्टे का यह कारोबार नहीं करना चाहता, मगर टीआई मुन्नी परिहार उस पर इसके लिए दबाव डाल रही है। साथ ही इसके लिए हर महीने 20 हजार रुपए रिश्वत भी मांग रही है।