धर्मराज चित्रगुप्त प्राकट्य उत्सव : हवन, अभिषेक, महाशृंगार कर 251 दीयों से हुई महाआरती
1 min readएनसीआई@कोटा
चैत्र शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि पर राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद जयपुर, राजस्थान कायस्थ महासभा, श्री कायस्थ सभा संस्था व क्षेत्रीय कायस्थ महासभा की ओर से भगवान धर्मराज चित्रगुप्त प्राकट्य दिवस पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। भगवान का महाशृंगार कर हवन, पूजन के बाद 251 दीयों से महाआरती की गई। अंत में प्रसादी का वितरण हुआ। यह आयोजन हाट रोड स्थित भगवान श्री चित्रगुप्त जी के मंदिर पर हुआ।
जिला अध्यक्ष विकास सक्सेना ने बताया कि वेद, आदि वेदोपंचाग के अनुसार हर वर्ष की भांति इस बार भी यह आयोजन किया गया।
जिनने कलम सम्हाली चित्रगुप्त के वंशज हैं….
प्रदेश सचिव पंकज मोहन सक्सेना ने बताया कि इस अवसर पर पंडित रामरतन जी ने धर्मराज चित्रगुप्त की भक्ति से सराबोर गीत- ‘जिसने कलम सम्हाली, चित्रगुप्त के वंशज हैं…, की सुंदर प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर श्री कायस्थ सभा ट्रस्ट के सचिव सुधीर सक्सेना, सचिव विवेक सक्सेना दादा, राजस्थान कायस्थ महासभा की सचिव कामना सक्सेना, प्रदेश संयुक्त सचिव विवेक सक्सेना अटल, सह सचिव सहयोगी पदाधिकारी रमेश माथुर, सचिव संजय श्रीवास्तव, हृदेश सक्सेना, अमोद कुदेशिया, परेश सक्सेना, योगेश सक्सेना, महासचिव रोहित सक्सेना, वैभव सक्सेना, उप सचिव उज्ज्वल सक्सेना, सीमा सक्सेना, संयोजक संजीव सक्सेना, मोनू सक्सेना, दिनेश श्रीवास्तव, शिल्पी श्रीवास्तव, पीके सक्सेना, अमित, महिमा सक्सेना, एके सक्सेना, आयुषी, उप सचिव मधु सक्सेना, सम्भागीय अध्यक्ष रूचि जौहरी, विशाल सक्सेना उपाध्यक्ष अनुज श्रीवास्तव, श्रेष्ठ सक्सेना, सक्षम सक्सेना, उपाध्यक्ष अरुणा सक्सेना आदि शामिल हुए।
इस अवसर पर राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद व सहयोगी कायस्थ संस्थाएं राजस्थान कायस्थ महासभा, श्री कायस्थ सभा व क्षेत्रीय कायस्थ महासभा के पदाधिकारियों के सहयोग से प्रसादी वितरण किया गया।