5 State Assembly Elections: 7 फेज में होंगे चुनाव, 10 मार्च को आएगा रिजल्ट, नहीं होंगी रैलियां

चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में चुनाव की तारीख घोषित कर दी है। पांचों राज्य के चुनाव 7 चरण में होंगे। आयोग ने इस बार रोड शो और रैली की अनुमति नहीं दी है। खबर अपडेट की जा रही है, देखते रहें।
एनसीआई@नई दिल्ली
कोरोना संकट के बीच चुनाव आयोग (election commission of India) ने आज शनिवार को 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित कर दी हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर शामिल हैं। पांचों राज्यों को मिलाकर 7 चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण में केवल यूपी में चुनाव होना है। इनकी शुरुआत 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश से होगी। चुनावों के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। चुनाव की घोषणा होते ही पांचों राज्यों में आचार सहिंता लागू हो गई है।
सात चरणों में होगा यूपी चुनाव
उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण का चुनाव होगा। 14 फरवरी को दूसरा चरण। 20 फरवरी को तीसरा चरण। 23 फरवरी को चौथे चरण। 27 फरवरी को पांचवें चरण का चुनाव होगा। तीन मार्च को छठे चरण और सात मार्च को सातवें चरण का चुनाव होगा।
कोविड पॉजिटिव लोगों के लिए बैलट वोटिंग की सहूलियत होगी। कोरोना पॉजिटिव घर पर ही डाल सकेगा वोट। कोरोना मरीज या संदिग्ध के घर वीडियो टीम के साथ चुनाव आयोग की टीम विशेष वैन से जाएगी और वोट डलवा कर आएगी। इन्हें बैलेट पेपर से वोट डालने का अधिकार मिलेगा। संवेदनशील बूथों पर पूरे दिन वीडियोग्राफी होगी। एक लाख से ज्यादा बूथों पर लाइव वेबकास्ट होगा।
शेड्यूल की घोषणा के तुरंत बाद आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है। चुनाव आयोग ने दिशा-निर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। इन दिशा-निर्देशों के किसी भी उल्लंघन से सख्ती से निपटा जाएगा।
हर एक बूथ पर 1250 मतदाता वोट डालेंगे, कैंडिडेट्स ऑनलाइन कर सकेंगे नामांकन।
सभी एजेंसियों को किया गया है अलर्ट, कैंडिडेट्स 28 से 40 लाख रुपए खर्च कर सकता है।
11.4 लाख लड़कियां पहली बार वोट करेंगी।
सभी पोलिंग बूथ ग्राउंड फ्लोर पर होंगे।
बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क उपलब्ध होगा।
केंडिडेट्स को क्रिमिनल रिकॉर्ड बताना होगा।
कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराए जाएंगे। पोलिंग बूथ पर मास्क, सेनिटाइजर आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। थर्मल स्केनिंग की भी व्यवस्था की गई है।
खर्च करने की लिमिट- यूपी-पंजाब और उत्तराखंड़ 40 लाख, मणिपुर-गोवा के लिए 28 लाख।
पांच राज्यों की 690 विधानसभा में डाले जाएंगे वोट।
2 लाख 15 हजार 368 पोलिंग बूथ होंगे। 16 फीसदी का इजाफा। 2 लाख 15 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे। 1620 स्टेशन पर सिर्फ महिला कर्मचारी होंगी। सभी पोलिंग बूथ पर व्हीलचेयर की व्यवस्था होगी। 80 साल से ज्यादा, दिव्यांग और कोविड प्रभावित के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था होगी।
24.9 लाख मतदाता पहली बार डालेंगे वोट।
पांचों राज्य की कुल 18.34 करोड़ वोटर मतदान करेंगे।
अभी कहां किसकी सरकार
जिन पांच राज्य में चुनाव होने हैं, उनमें से चार राज्यों उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा में अभी भाजपा की सरकार हैं, जबकि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है। उत्तर प्रदेश में पिछला विधान सभा चुनाव 7 चरणों में हुआ था। साल 2017 में यूपी में 15 करोड़ से ज्यादा वोटर वोटर थे। वहीं, पंजाब की बात करें तो यहां चुनाव कराने के साथ सुरक्षा की भी बड़ी चुनौती है। खुफिया एजेंसी इनपुट दे चुकी हैं कि पंजाब में सुरक्षा की स्थिति गम्भीर है।
बढ़ाई चुनाव खर्च की सीमा
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ही कैंपेनिंग के लिए केंडिडेट्स के खर्च की सीमा बढ़ाई थी। अब लोकसभा चुनाव के दौरान केंडिडेट्स अपने पार्लियामेंट्री एरिया में साल 2014 में तय किए गए 70 लाख रुपए के बजाय 95 लाख रुपए और 54 लाख रुपए के बजाय 75 लाख रुपए खर्च कर पाएंगे। इसी तरह, विधानसभा चुनाव के दौरान भी 28 लाख रुपए की जगह 40 लाख रुपए और 20 लाख रुपए की बजाय 28 लाख रुपए खर्च कर पाएंगे। आयोग ने यह खर्च सीमा अपनी एक कमेटी की सिफारिशों के आधार पर बढ़ाई है।